Saturday, March 13, 2010

मेरी कविता ..

सोच कविता बोल कविता
बज रहा वह ढोल कविता
नदी कविता पेड़ कविता
खेत का हर मेड कविता
दाये कविता बाये कविता
जिधर देखो उधर कविता
फिर भी मई ढुं ढं ता हूँ
गई मेरी किधर कविता ..